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भारत में ट्रेकिंग के शौकीनों के बीच कुआरी पास (Kuari Pass) का ट्रेक बेहद लोकप्रिय है। उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित यह ट्रेक सुंदरता और रोमांच का संगम है। कुआरी पास ट्रेक आपको नंदा देवी, दूनागिरी, कामेट, और त्रिशूल जैसी हिमालय की विशाल चोटियों के अद्भुत दृश्यों से रूबरू कराता है। यह ट्रेक उन ट्रेकिंग मार्गों में से एक है, जो नौसिखियों से लेकर अनुभवी ट्रेकर्स तक सभी के लिए उपयुक्त है। आइए, इस लेख में हम 3 दिनों की विस्तृत योजना पर चर्चा करेंगे, जिससे आप अपने कुआरी पास ट्रेक को बेहतर ढंग से योजना बना सकें।
राजसी हिमालय से संबंधित है, लेकिन भारत में बर्फ से ढकी चोटियों के बीच स्थित 3,800 मीटर ऊंचा कुआरी दर्रा एक आसान ट्रेक माना जाता है।
पहला दिन: जोशीमठ से घिंघरिया (Gulling Top) तक
मार्ग विवरण:
- आरंभ बिंदु: जोशीमठ
- गंतव्य बिंदु: घिंघरिया (Gulling Top)
- कुल दूरी: लगभग 12 किलोमीटर
- समय: 5-6 घंटे
- ऊँचाई: 9,600 फीट
आपकी यात्रा जोशीमठ से शुरू होती है, जो इस ट्रेक का आधार शिविर है। जोशीमठ उत्तराखंड का एक प्रमुख शहर है, जहां से ट्रेकिंग का सफर शुरू होता है। सुबह जल्दी उठकर आप घिंघरिया के लिए निकलेंगे, जो इस ट्रेक का पहला गंतव्य है। ट्रेकिंग का शुरुआती मार्ग आपको हरे-भरे जंगलों, देवदार और ओक के पेड़ों के बीच से होकर गुजरने का अवसर देगा।
मार्ग में आपको नदियों और छोटे जलधाराओं को पार करते हुए सुंदर प्राकृतिक दृश्य देखने को मिलेंगे। आप अपने पहले दिन का ट्रेक घिंघरिया में समाप्त करेंगे, जहां आप कैंपिंग करेंगे और प्रकृति के बीच रात बिताएंगे।
मुख्य आकर्षण:
- हिमालय के पहले दृश्य
- शांत जंगल और जलधाराएँ
- घिंघरिया में कैंपिंग का अनुभव
दूसरा दिन: घिंघरिया से कुआरी पास और ताली (Tali) तक
मार्ग विवरण:
- आरंभ बिंदु: घिंघरिया
- गंतव्य बिंदु: कुआरी पास (Kuari Pass) और ताली
- कुल दूरी: लगभग 15 किलोमीटर
- समय: 7-8 घंटे
- ऊँचाई: 12,516 फीट
दूसरा दिन इस ट्रेक का सबसे रोमांचक दिन होता है। घिंघरिया से निकलकर आप कुआरी पास के लिए ट्रेकिंग शुरू करेंगे। मार्ग में आपको बर्फ से ढके पहाड़ों के अद्भुत दृश्य मिलेंगे। जैसे-जैसे आप ऊपर की ओर बढ़ेंगे, आपको नंदा देवी, दूनागिरी, कामेट, और त्रिशूल जैसी चोटियों का भव्य नजारा दिखाई देगा।
कुआरी पास पहुंचने के बाद, आप वहां की ऊँचाई और बर्फ से ढके पहाड़ों का आनंद ले सकते हैं। यह स्थान आपकी ट्रेकिंग यात्रा का सबसे ऊँचा बिंदु होगा। इसके बाद, आप ताली की ओर बढ़ेंगे, जो रात के कैंपिंग के लिए आपका अंतिम गंतव्य होगा। ताली में कैंपिंग करना एक शानदार अनुभव होता है, जहां आप हिमालय की ठंडी हवाओं के बीच रात बिताएंगे।
मुख्य आकर्षण:
- नंदा देवी और अन्य हिमालयी चोटियों का 360° दृश्य
- कुआरी पास की अद्वितीय प्राकृतिक सुंदरता
- ताली में शांतिपूर्ण कैंपिंग
तीसरा दिन: ताली से जोशीमठ के लिए वापसी
मार्ग विवरण:
- आरंभ बिंदु: ताली
- गंतव्य बिंदु: जोशीमठ
- कुल दूरी: लगभग 10 किलोमीटर
- समय: 5-6 घंटे
तीसरे दिन की यात्रा आपको ताली से वापस जोशीमठ की ओर ले जाएगी। यह दिन ज्यादातर ढलान पर ट्रेकिंग के साथ गुजरेगा, जो पिछले दिनों की तुलना में आसान होगा। वापसी के दौरान आप फिर से जंगलों और पहाड़ों के मनोरम दृश्यों का आनंद लेंगे। आप दोपहर तक जोशीमठ पहुंच जाएंगे, जहां आपकी कुआरी पास ट्रेकिंग यात्रा का समापन होगा।
मुख्य आकर्षण:
- ढलान पर आसान ट्रेकिंग
- वापसी के मार्ग में शानदार दृश्य
- जोशीमठ में विश्राम और वापसी
ट्रेक के लिए आवश्यक चीजें:
- ट्रेकिंग शूज: अच्छे ग्रिप वाले वाटरप्रूफ ट्रेकिंग शूज पहनना बेहद जरूरी है।
- कपड़े: गर्म कपड़े, वाटरप्रूफ जैकेट, और ट्रेकिंग पैंट साथ में रखें।
- कैम्पिंग गियर: अगर आप अपनी कैंपिंग की योजना बना रहे हैं, तो टेंट, स्लीपिंग बैग, और अन्य कैंपिंग गियर साथ में रखें।
- खाने-पीने की सामग्री: ऊर्जादायक स्नैक्स, पानी की बोतल, और हल्का भोजन।
- फर्स्ट एड किट: बुनियादी प्राथमिक उपचार सामग्री जरूर साथ रखें।
कुआरी पास ट्रेक के लिए बेस्ट समय:
कुआरी पास ट्रेक के लिए सबसे अच्छा समय अप्रैल से जून और सितंबर से नवंबर के बीच होता है। इन महीनों में मौसम सुहावना रहता है और बर्फ के खूबसूरत नजारे देखने को मिलते हैं।
कुआरी पास ट्रेक उन लोगों के लिए एक बेहतरीन विकल्प है, जो प्राकृतिक सुंदरता और रोमांच दोनों का अनुभव करना चाहते हैं। यह ट्रेक न केवल आपको हिमालय की अद्भुत चोटियों से रूबरू कराता है, बल्कि आपको मानसिक और शारीरिक दोनों रूप से चुनौती देता है। अगर आप एक यादगार और रोमांचक ट्रेकिंग अनुभव चाहते हैं, तो कुआरी पास ट्रेक आपकी बकेट लिस्ट में जरूर होना चाहिए।