गठिया (गाउट) रोग में किन खाद्य पदार्थों से बचें: आवश्यक जानकारी

गठिया, जिसे गाउट भी कहा जाता है, एक ऐसी बीमारी है जिसमें शरीर में यूरिक एसिड की अधिकता के कारण जोड़ों में सूजन और दर्द होता है। इस रोग के मरीजों को अपने आहार का खास ख्याल रखना चाहिए, क्योंकि कुछ खाद्य पदार्थ यूरिक एसिड का स्तर बढ़ा सकते हैं, जिससे दर्द और सूजन बढ़ सकती है। सही आहार का पालन करके आप गाउट के लक्षणों को कम कर सकते हैं और इसे नियंत्रण में रख सकते हैं।

यहाँ कुछ प्रमुख खाद्य पदार्थ दिए गए हैं जिन्हें गाउट के मरीजों को अपनी डाइट से दूर रखना चाहिए।

1. रेड मीट (लाल मांस)

रेड मीट जैसे गाय, भैंस, बकरी, या सूअर का मांस यूरिक एसिड के स्तर को बढ़ा सकता है, क्योंकि इसमें प्यूरीन की मात्रा अधिक होती है। प्यूरीन का सेवन शरीर में यूरिक एसिड को बढ़ा देता है, जो गठिया के लक्षणों को और खराब कर सकता है।

बचाव के उपाय:

  • रेड मीट की जगह सफेद मांस जैसे चिकन या मछली का सेवन करें, लेकिन ध्यान रखें कि इसका सेवन भी सीमित मात्रा में ही करें।

2. समुद्री भोजन (सीफूड)

समुद्री भोजन जैसे झींगे, सीप, क्रैब्स और मछली की कुछ विशेष प्रजातियां (जैसे सार्डिन, एंकोवी, मैकरल) गाउट के मरीजों के लिए हानिकारक हो सकती हैं। इनमें प्यूरीन की मात्रा अधिक होती है, जिससे यूरिक एसिड का स्तर बढ़ सकता है।

बचाव के उपाय:

  • यदि आप समुद्री भोजन के शौकीन हैं, तो इसका सेवन बहुत सीमित मात्रा में करें और अपने डॉक्टर की सलाह लें।

3. शराब और बियर

शराब, विशेष रूप से बियर, गाउट के मरीजों के लिए अत्यधिक हानिकारक हो सकती है। बियर में प्यूरीन की मात्रा अधिक होती है और यह यूरिक एसिड के उत्सर्जन को रोकता है, जिससे गाउट के अटैक की संभावना बढ़ जाती है।

बचाव के उपाय:

  • अल्कोहल का सेवन पूरी तरह से बंद कर दें। अगर आप अल्कोहल का सेवन करते हैं, तो इससे गाउट के लक्षण और गंभीर हो सकते हैं।

4. मीठे पेय और शुगर युक्त खाद्य पदार्थ

मीठे पेय और शुगर युक्त खाद्य पदार्थ जैसे सॉफ्ट ड्रिंक्स, पैकेज्ड जूस, और मिठाई में फ्रुक्टोज होता है, जो शरीर में यूरिक एसिड का उत्पादन बढ़ाता है। इन पदार्थों का अत्यधिक सेवन करने से गाउट के लक्षण बढ़ सकते हैं।

बचाव के उपाय:

  • फ्रुक्टोज युक्त पेय और खाद्य पदार्थों से बचें। उनकी जगह ताजे फल और बिना चीनी के पेय पदार्थों का सेवन करें।

5. उच्च प्यूरीन वाली सब्जिया

कुछ सब्जियों में भी प्यूरीन की मात्रा अधिक होती है, जैसे पालक, मशरूम, फूलगोभी, और शतावरी। हालाँकि इन सब्जियों का सेवन उतना हानिकारक नहीं है जितना मांस और समुद्री भोजन का, फिर भी इनका सेवन सीमित मात्रा में करना चाहिए।

बचाव के उपाय:

  • हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन करें जो प्यूरीन में कम होती हैं, जैसे लौकी, तोरी और पत्तागोभी।

6. फुल फैट डेयरी प्रोडक्ट्

फुल फैट डेयरी प्रोडक्ट्स जैसे पूर्ण क्रीम दूध, चीज़, और बटर में सैचुरेटेड फैट की मात्रा अधिक होती है, जो यूरिक एसिड के उत्सर्जन को बाधित करता है और गाउट के लक्षणों को बढ़ा सकता है।

बचाव के उपाय:

  • कम फैट वाले या स्किम्ड डेयरी प्रोडक्ट्स का उपयोग करें, जैसे स्किम्ड दूध, लो-फैट दही, और पनीर।

7. प्रोसेस्ड फूड्स और पैकेज्ड स्नैक्स

प्रोसेस्ड फूड्स जैसे इंस्टेंट नूडल्स, चिप्स, और पैकेज्ड स्नैक्स में नमक और प्रिज़र्वेटिव्स की उच्च मात्रा होती है, जो शरीर में जलन और सूजन को बढ़ा सकते हैं, साथ ही यूरिक एसिड के स्तर को भी बढ़ा सकते हैं।

बचाव के उपाय:

  • घर का बना ताजा खाना खाएं और प्रोसेस्ड फूड्स से बचें। स्नैक्स के रूप में ताजे फल और नट्स का सेवन करें।

गठिया (गाउट) रोगियों के लिए सही आहार का चयन करना बेहद जरूरी है। यूरिक एसिड के स्तर को नियंत्रित करने और दर्द से राहत पाने के लिए आपको उच्च प्यूरीन युक्त खाद्य पदार्थों से बचना चाहिए। इसके अलावा, स्वस्थ जीवनशैली का पालन करना और डॉक्टर की सलाह लेना भी गाउट के उपचार में महत्वपूर्ण होता है।